टमाटर सूप के फायदे व बनाने की विधि Tomato benefits and side effects and tomato soup recipe in hindi
टमाटर एक फल है जिसको सब्जी भी माना जाता है. टमाटर की फ़सल को आउटडोर और इनडोर दोनों ही परिस्थितियों में दुनिया भर में उगाया जाता है. टमाटर गर्मी के दिनों की एक सब्जी की फ़सल है, इसके विशेष पौष्टिक मूल्य और व्यापक उत्पादन के कारण यह एक सुरक्षात्मक भोजन माना जाता है. टमाटर छोटी अवधि की फ़सल होने के साथ ही ऊंच उपज वाली फ़सल है जो की व्यावसायिकता के लिए भी लाभकारी है. टमाटर का उपयोग संरक्षित उत्पादों जैसे कि टोमेटो सॉस, चटनी इत्यादि के लिए भी किया जाता है. टमाटर में प्रचुर मात्रा में खनिज, विटामिन, फाइबर और कार्बनिक अम्ल पाए जाते है.
अगर किसी चीज के फायदें हमें पता हो तो, उसे खाने में रुचि और भी अधिक बढ़ जाती है. वैसे तो हम सभी समान्य तौर पर जानते है कि टमाटर खाने के कई फायदें है और जो लोग डाइटिंग कर रहे है, वे अपने डाइट प्लान में इसे विशेष रूप से शामिल करते है. डाइटिंग के फायदे व नुकसान जानने के लिए पढ़े.
Table of Contents
टमाटर के प्रकार (Tomato types)
टमाटर ताजा और संरक्षित दोनों रूपों में साल भर मिलता है. टमाटर की फसल के ज्यादा उत्पादन में भारत के दस सबसे उत्पादक राज्य की पहचान की गयी है, जिनमे बिहार राज्य का प्रमुख स्थान है. टमाटर कई प्रकारों का पाया जाता है जिनमें से कुछ के नाम है- सिफ मंद्रा, खुरमा, क्रिमसन लाइट, बड़े पीले रंग का, टाइगर, ब्लैक प्रिंस, आईरिस, मर्मडे, चेरी टमाटर ये सभी टमाटर के किस्में है जो अलग आकार और रंगों में पाई जाती है.
टमाटर का इतिहास (Tomato history)
टमाटर नैटशाइड परिवार के सोलंसाए से सम्बंधित है. 200 साल पहले यू. एस. में इसे जहरीला माना जाता था. नैटशाइड परिवार से सम्बंधित कुछ पौधे वास्तव में जहरीले होते है. इसकी प्रजातियों की उत्पत्ति मध्य और दक्षिण अमेरिका में हुई. नहुँटी शब्द के टोमती से स्पेनिश शब्द टोमेटो का जन्म हुआ, जिससे बाद में अमेरिका में टमाटर शब्द के रूप का उद्गम हुआ. टमाटर अमेरिका में एक बहुत लोकप्रिय सब्जी है और दुनिया भर में लाखों लोगों के द्वारा इसका आनंद लिया जाता है. टमाटर के पौधों की ऊंचाई 3 से 10 फीट तक होती है, इसकी जड़े कमज़ोर होती है यह अक्सर जमीन के ऊपर फैलता है, यह समशीतोष्ण जलवायु में वार्षिक तौर पर उगाया जाता है.
टमाटर में पाए जाने वाले पोषक तत्व (Tomato nutrient value)
100 ग्राम टमाटर में पाए जाने वाले पोषक तत्व की मात्रा को हमने नीचे दिए इस टेबल के माध्यम से दर्शाने की कोशिश की है :
पोषक तत्व | मात्रा |
प्रोटीन | 0.9 ग्राम |
कार्ब्स | 3.9 ग्राम |
चीनी | 2.6 ग्राम |
फाइबर | 1.2 ग्राम |
फैट | 0.2 ग्राम |
एनर्जी या उर्जा | 18 कैलोरी |
विटामिन सी | 13 मिली ग्राम |
विटामिन इ | 0.54 मिली ग्राम |
विटामिन के | 7.9 माईक्रो ग्राम |
सोडियम | 5 मिली ग्राम |
पोटैशियम | 237 मिली ग्राम |
कैल्सियम | 10 मिली ग्राम |
आयरन | 0.3 मिली ग्राम |
मैग्नीशियम | 11 मिली ग्राम |
टमाटर के स्वास्थ्य के लिए फ़ायदे (Tomato benefits for health in hindi)
टमाटर को खाने के कई फायदे है, इसमें फाइटोकेमिकल्स और लईकोपिन की मौजूदगी के कारण इससे बहुत सी बीमारियों से बचा जा सकता है. टमाटर बहुत से पोषक तत्वों से भरे है इसमें विटामिन ए, सी और फ़ोलिक एसिड भरपूर होने से यह एंटीओक्सिडेंट से भी भरा हुआ है. इसका उपयोग सही अनुपात में करने पर यह मधुमेह, कैंसर, मोटापे को कम करने में सहायक होता है.
- ह्रदय को स्वस्थ रखने में टमाटर सहायक होता है. एक अध्ययन में पाया गया है कि लाकोपिन और बीटा कैरोटिन के निम्न स्तर के कारण ह्रदय का स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. टमाटर में मिलने वाला लईकोपिन रक्त वाहिकाओं की भीतरी परत पर सुरक्षात्मक प्रभाव दिखाते हुए रक्त के थक्के को जमने नहीं देते है, जिस वजह से हृदयाघात की जोखिम कम हो जाती है.
- टमाटर से कैंसर से भी बचा जा सकता है, क्योकि इसमें मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट कैंसर के कणों को गठित नहीं होने देता है. प्रोस्टेट कैंसर से भी बचाव करता है टमाटर का सेवन इसमें मौजूद बीटा कैरोटिन प्रोस्टेड कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है.
- टमाटर में मौजूद फाइबर शरीर के अपशिष्ट पदार्थों को निकालकर कब्ज को होने से रोकते है. जिस वजह से पेट से सम्बंधित कई बिमारियों से हम बच सकते है.
- गर्भावस्था के दौरान अगर प्रसूता इसका सेवन करे, तो शिशुओं में होने वाले न्यूरल ट्यूब दोष से बचाव हो सकता है, क्योकि टमाटर में फ़ोलिक एसिड होता है, जिसका सेवन गर्भावस्था के दौरान आवश्यक है.
- टमाटर के सेवन से अवसाद का उपचार भी किया जा सकता है. शरीर में मौजूद होमोक्यस्टीन नामक तत्व रक्त में मौजूद पोषक तत्वों को मस्तिष्क तक पहुचने से रोक सकता है, लेकिन टमाटर का सेवन रक्त प्रवाह को सुचारू करने में मदद करता है, जिससे इस तरह की समस्या से बचा जा सकता है.
- टमाटर का सेवन हमारे आँखों को भी स्वस्थ्य रखने में सहायता करता है, इसमें मिलने वाले केरोटीनॉयड आँखों में होने वाली आयु सम्बन्धी समस्या जैसे कि मोतियाबिंद के असर को भी कम करने में सहायता करता है.
टमाटर के नुकसान (Tomato side effects)
टमाटर को खाने के जहा फ़ायदे है वही इसके कुछ संभावित नुकसान भी है जिनका वर्णन निम्नलिखित है :-
गैस की समस्या :
टमाटर एसिड से भरा हुआ होता है, जिसके अधिक सेवन की वजह से पेट में पाचन एसिड का स्तर बढ़ जाता है और जलन पैदा करने लगती है. इससे गैस, पेट का फूलना, पेट में दर्द इत्यादि जैसी पेट की समस्या हो सकती है.
प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्या :
टमाटर में पाए जाने वाले लईकोपिन नामक रासायनिक यौगिक होने की वजह से यह हमारी नियमित प्रतिरक्षा गतिविधियों में हस्तक्षेप कर सकते है. नतीजन बीमारियों से खुद को बचाने की क्षमता कम हो जाती है. यदि रोजाना आप 30 मिली ग्राम लईकोपिन का सेवन करते है तो उल्टी, मतली और दस्त की समस्या से निजात पाने में परेशानी हो सकती है.
किडनी स्टोन की समस्या :
टमाटर के अधिक सेवन से टमाटर में मौजूद कैल्शियम और ऑक्सालेट गुर्दे में जमा होकर छोटे बड़े पत्थरों का रूप ले सकते है, और यदि आप पहले से ही किडनी स्टोन की समस्या से ग्रसित है तो यह आपकी समस्या को बढ़ा सकता है.
विटामिन की अधिकता :
टमाटर एक समृद्ध वनस्पति है जिसमे बहुत सारे विटामिन मिलते है. अगर हम इसका बहुत अधिक सेवन कर लेते है तो यह फ़ायदा के बदले नुकसान भी पंहुचा सकता है. जिसमे सर दर्द, किडनी दर्द, खुजली, चकत्ते, होठों पर सूजन और आँखों में जलन जैसी समस्या हो सकती है.
टमाटर के त्वचा के लिए फ़ायदे (Tomato benefits for skin)
सामन्य रूप से टमाटर का इस्तेमाल सौंदर्य का खजाना है इसका उपयोग कर त्वचा सम्बन्धी समस्याओं को कम किया जा सकता है :-
- टमाटर त्वचा के लिए भी काफी लाभदायक है यह त्वचा को सनबर्न से बचाने में मदद करता है. इसमें मिलने वाली लईकोपिन सनबर्न के प्रभाव को कम कर देती है. एक अध्ययन के अनुसार अगर टमाटर के रस में जैतून के तेल को मिला कर लगाया जाए तो सनबर्न को 40% तक कम किया जा सकता है.
- खुले हुए रोमछिद्रों को टमाटर का उपयोग कर कम किया जा सकता है. इसके लिए एक चम्मच टमाटर के रस में 4 बूंद नींबू का रस मिला कर अगर चेहरे पर लगा कर 10 मिनट के बाद हल्के गुनगुने पानी से धो लिया जाये तो समस्या से निजात मिल सकती है.
- टमाटर के उपयोग से त्वचा पर होने वाले मुहाँसे को भी कम किया जा सकता है इसके लिए टमाटर को मसल कर आधे घंटे तक चेहरे पर लगा कर रख दे. फिर ठंडे पानी से चेहरे को धो लें. नियमित उपयोग से कुछ ही दिनों में इसके असर से मुहासें में कमी नज़र आने लगेगी.
- त्वचा पर होने वाली ब्लैकहैड्स की समस्या को भी यह कम करने में मदद करता है. इसके लिए टमाटर की एक स्लाईस को प्रभावित स्थान पर थोड़ी देर के लिए मले, ऐसा करने से ब्लैकहैड्स बाहर आ जाते है.
- अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो टमाटर और ककड़ी के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर लगाने से ये आपके चेहरे पर मौजूद अतिरिक्त तेल को कम करने में मदद करता है.
- अगर आप अपनी त्वचा को चमकदार बनाना चाहते है तो टमाटर के रस में शहद का मिश्रण करके लगाने से यह त्वचा पर से मृत त्वचा को हटाकर आपकी त्वचा को नयी चमक देता है.
टमाटर के बालों के लिए फ़ायदे (Tomato benefits for hair)
- टमाटर में विटामिन ए, बी, सी और इ पाए जाने की वजह से ये बालों के लिए बहुत लाभकारी होता है. टमाटर बालों के लिए प्राकृतिक कंडिशनर का कार्य करते है यह बालों में प्राकृतिक चमक लाते हुए उन्हें नरम रखता है.
- टमाटर का रस बालों में लगाने से बेजान और क्षतिग्रस्त बाल ठीक हो जाते है. इससे खुजली और रुसी नहीं होती है, इसके लिए जूस को निकाल कर शैम्पू करने से पहले 10 मिनट तक लगा रहने दें फिर बालों को धो दें.
- तेल के साथ टमाटर के जूस को मिलाकर बालों में 20 मिनट तक लगा कर रखे, इससे बाल चमकदार, चिकने, लचीले और मजबूत बनते है. स्विमिंग पुल में तैरने से बालों का रंग बदल जाता है क्योकिं उसके पानी में क्लोरिन मिला हुआ रहता है जो बालों को नुकसान पहुचाते है. टमाटर में चुकी प्रोटीन भी मिलता है इस लिए इसको लगाने से बालों के बदलते रंग और दागों को हटाया जा सकता है.
तीन टमाटर के रस में नींबू का रस मिलाकर बालों के स्कैल्प पर हलके हाथों से मसाज करे, फिर इन्हें 30 मिनट के लिए लगा रहने दें इसके बाद आप बालों को धो लें इससे बालों में जमे अतिरिक्त गन्दगी को साफ करने में सहायता मिलती है और बाल स्वास्थ्य बनते है.

टमाटर के उपयोग व खाने का तरीका (Tomato uses and how to eat Tomato)
- टमाटर को आप कच्चे या पके रूप में किसी भी तरह से खा सकते है, टमाटर को भोजन में किसी भी तरह से मिलाकर खा सकते है.
- इसका उपयोग तरह तरह की सब्जियों को बनाने में किया जाता है, इसके मिश्रण से पकवान का स्वाद बढ़ाया जाता है.
- इसको चटनी और आचार के रूप में भी खाया जाता है.
- इसका इस्तेमाल सैंडविच, पिज्जा इत्यादि को बनाने में भी किया जाता है, साथ ही चेरी टमाटर का उपयोग सलाद बनाने में किया जाता है.
- यह पुरे विश्व में शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजनों में मिलाकर बनाया जाता है, तथा नास्ते के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता है.
यह जानकारी 100 ग्राम टमाटर सूप के लिये है :
पोषक तत्व | मात्रा |
मात्रा | 100 ग्राम |
केलोरी | 30 |
टोटल फेट | 0% |
कोलेंस्ट्राल (0 मिली ग्राम) | 0% |
सोडियम (190 मिली ग्राम ) | 7% |
पोटेशियम (112 मिली ग्राम ) | 3% |
टोटल कार्बोहाइड्रेट ( 7 ग्राम ) | 2% |
डाइट फाइबर (.6 ग्राम ) | 2% |
शुगर (4 ग्राम) | – |
प्रोटीन (.8 ग्राम ) | 1% |
विटामिन A | 3% |
विटामिन C | 10% |
कैल्सियम | 0% |
आइरन | 2% |
विटामिन D | 0% |
विटामिन B-6 | 0% |
विटामिन B-12 | 0% |
मैग्नीशियम | 1% |
टमाटर सूप के फायदे (Tomato soup benefits):
टमाटर हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेंमंद है. आइये हम उन फायदों को विस्तार से जानते है.
- अगर आपके बच्चे को सूखा रोग नामक बीमारी हो, तो रोजाना टमाटर का सूप पिलाने से फायदा होता है, परंतु यह टमाटर का सूप कच्चे टमाटर का होना चाहिये.
- अगर आप अपना वजन कम करना चाहते है, तो आपको रोजाना अपनी डाइट में टमाटर सूप को शामिल करना चाहिये. परंतु इसे बनाते समय आपको इसमें डालने वालें फेट पदार्थो जैसे बटर और क्रीम का ध्यान रखना चाहिये .
- अगर आपको गठिया की समस्या है तो आपको टमाटर के जूस में अजवाइन मिलाकर पीना चाहिये, आपको फायदा अवश्य होगा.
- गर्भवती महिला के लिए भी टमाटर का सूप या जूस फायदेंमंद होता है, यह उन्हे स्वाद के साथ-साथ विटामिन C भी प्रदान करता है.
- अगर आपके परिवार में किसी को डायबटीज की बीमारी है, तो टमाटर के सेवन से फायदा होता है.
- बच्चों के पेट में क्रमी होने पर टमाटर का जूस बनाकर, उसमें कालीमिर्च डालकर देंने से फायदा होता है.
- टमाटर खाने से त्वचा की सारी समस्याओ में फायदा मिलता है, साथ ही फ़ेस पर ग्लो भी आता है.
टमाटर सूप बनाने की विधी (Tomato Soup Recipe):
टमाटर का सूप 2 तरह से बनाया जा सकता है, एक तो टमाटर को उबालकर और दूसरा टमाटर को रोस्ट करके. आईये दोनों तरह के सूप को बनाने की विधी को सीखते है:
टमाटर को उबालकर सूप बनाने की विधी (Boiled Tomato Soup Recipe):
- बनाने का समय : 40 मिनिट
- मात्रा : दो व्यक्तियों के लिए
आवश्यक सामाग्री :
आवश्यक सामाग्री | मात्रा |
टमाटर | 3 से 4 माध्यम आकार के |
लहसुन | 2 से 3 कली |
प्याज | 1 छोटा |
तेज पत्ता | 1 पत्ती |
कोर्नफ्लोर | 1 छोटा चम्मच |
बटर | 1 से 1.5 छोटा चम्मच |
पानी | 1 कप |
क्रीम | 1 से 2 चम्मच |
शक्कर | ½ चम्मच या आवश्यक्ता अनुसार |
ब्राउन या व्हाइट ब्रेड | 1 से 2 स्लाइस |
काली मिर्च | आवश्यक्ता अनुसार |
नमक | आवश्यक्ता अनुसार |
सूप बनाने की विधी :
- सर्वप्रथम अच्छे ताजे और लाल टमाटर को धोकर अलग रख दें .
- अब एक बर्तन में इतना पानी लें, जिसमें टमाटर अच्छी तरह डूब जाये.
- अब इस पानी में एक छोटा चम्मच नमक डालकर उसे उबालने रख दें.
- अब इस उबलते हुये पानी में, अलग रखे हुये टमाटर ड़ाल दें और गैस बंद कर दें.
- अब इस बर्तन को किसी चीज से ढक दें, और इसे गरम पानी में पंद्रह से बीस मिनिट तक रहने दें.
- जब तक टमाटर गर्म पानी में रखे है इसी बीच आप लहसुन और प्याज छोटे-छोटे टुकड़ो में काटकर अलग रख लें.
- अब आप तवे को गैस पर रखकर गर्म करे तथा इस पर अपनी ब्रैड रखकर दोनों साइड से ब्राउन और क्रिसपी होने तक सेके.
- आप चाहे तो ब्रैड को ओवन में भी सेक सकते है, इसके लिए आपको अपने ओवन को 200 डिग्री C पर गर्म करना होगा और ब्रैड को ब्राउन होने तक सेकना होगा.
- जब ब्रैड गोल्डन ब्राउन हो जाये इसे चोकोर टुकड़ो में काट लें.
- अब कोर्नफ्लोर को पानी में मिलाकर इसका पेस्ट बनाकर अलग रख लें.
- अब आपके टमाटर पानी में रखे हुये तैयार हो चुके है, आप इन्हे पानी से निकालकर इनके छिलके उतार लें.
- अब आप टमाटर को मिक्सर के पॉट में डाइरैक्ट काट लें, इससे इसका जूस डाइरैक्ट पॉट में गिरेगा।
- अब टमाटर की मिक्सर में प्युरी बना लें, यह प्युरी अच्छी तरह से पीसी हुई होना चाहिये.
- अब पेन में बटर डालकर इसे गैस पर रखे, और गर्म होने पर इसमें तेजपत्ता डालकर 5 से 6 सेकेंड तक तलें.
- अब आप इसमें लहसुन ड़ाल सकती है और इसे सुनहरा होने तक तलें.
- अब इसी प्रकार इसमें प्याज डालकर इसे भी सुनहरा होने तक तलें.
- अब इसमें टमाटर प्युरी ड़ालें और अब इसमें आवश्यकता अनुसार नमक और कालीमिर्च पावडर ड़ालें.
- अब धीमी आँच पर सूप को पकने दें, जब तक कि इसमें उबाल ना आ जाये.
- अब इसमें तैयार किया हुआ कोर्नफ्लोर का पेस्ट ड़ालें और अब 3 से 4 मिनिट इसे धीमी आँच पर पकने दें.
- अब इसमें शक्कर ड़ाल दें और क्रीम डालकर गैस बंद कर दें.
- अब इस तैयार सूप को बाउल में निकाल लें.
- अब सूप में ब्रैड के टुकड़े डालकर इसे हरा धनिया से सजाये.
- आप चाहे तो इसमें हल्के से क्रीम से गार्निश करके इसे गर्म गर्म सर्व कर सकते है.
टमाटर को सेंक कर इसका सूप बनाने की विधी (Roast tomato soup recipe):
अगर आप हर बार एक तरह का सूप खाकर बोर हों गये है और आप चाहे तो इसे अलग ढंग से भी बना सकते है. आईये आज टमाटर को उबालने की जगह इसे सेंक (रोस्ट) करके इसका सूप बनाने की विधी जानते है.
आवश्यक सामाग्री :
आवश्यक सामाग्री | मात्रा |
टमाटर | 4 से 5 माध्यम आकार के |
लहसुन | 6 से 7 कालिया (आप अपनी इच्छा अनुसार लहसुन को डाल सकते है) |
ऑलिव ऑइल | 2 छोटे चम्मच |
कालीमिर्च | आवश्यकता अनुसार |
शक्कर | टेस्ट के अनुसार |
पानी | आधा कप |
नमक | आवश्यक्ता अनुसार |
टमाटर सूप बनाने की विधी :
- सर्वप्रथम टमाटर को धो लें .
- अब टमाटर को काट लें और इन्हे बेकिंग ट्रे में रख लें.
- इस बेकिंग ट्रे में साथ में लहसुन भी रख लें.
- अब ऑलिव ऑइल को टमाटर पर ब्रश की सहायता से लगाये.
- अव ओवेन को 180 डिग्री पर प्री हीट कर लें।
- अब इस ओवेन में टमाटर की ट्रे रखकर, इसे 20 से 25 मिनिट सिकने दें.
- जब यह टमाटर सिक जाये, इन्हे ओवन से निकालकर हल्के ठंडे होने पर मिक्सर के पॉट में डाल लें और साथ में अन्य चीजें भी इसी में डालें.
- इस मिश्रण में हल्का गर्म पानी मिलाकर इसे बारिक पिसे.
- अब बने हुये सूप को बाउल में निकालें और इसे क्रीम और हरा धनियाँ से गार्निश करे और सर्व करें।
सूप बनाते वक़्त ध्यान रखने योग्य बातें :
- जब आप सूप बना रहें हों तो, उपयोग किए जाने वाले टमाटर ताजे और लाल होने चाहिये, इससे सूप का टेस्ट अच्छा होता है.
- जब आप देखें कि आपके टमाटर में जूस ज्यादा हो तो, आप अपने अनुसार मिलाये जाने वाले पानी की मात्रा कम या ज्यादा कर सकते है.
- अगर टमाटर स्वाद में मीठे हों तो इसमें अलग से शक्कर मिलाने की जरूरत नहीं है.
- आप अपनी आवश्यक्ता के अनुसार प्याज और लहसुन ड़ाल या निकाल सकते है, परंतु लहसुन आपके सूप के टेस्ट को बढ़ा देता है.
अब इस सूप की रेसिपी को फॉलो करके आप अपने घर में कभी भी आसानी से सूप बना सकते है.