जया बच्चन का जीवन परिचय | Jaya Bachchan Biography and movie in Hindi
जया बच्चन या जया भादुड़ी बच्चन हिंदी फिल्म सिनेमा की दमदार अभिनेत्री के रूप में जानी जाती रहीं हैं. अपने समय में जया बच्चन ने अपनी एक्टिंग के दम पर पूरे भारत में एक सम्मानीय स्थान बनाया था. जया के अभिनय के करियर की मिसाल दी जाती है जया बच्चन ने 90 के जमाने में बहुत सी फिल्मों में अनेक रोल किये हैं. और इन फिल्मों ने कई पुरस्कारों पर कब्जा भी किया था. जया जी के अभिनय का का स्तर इनकी उपलब्धियां देखकर लगाया जा सकता है कि इन्होंने 9 राष्ट्रीय पुरस्कारों को अपने नाम किया था. अभिनय के अलावा जया बच्चन ने पॉलिटिक्स में भी अपनी पहचान बनाई है.

Table of Contents
Jaya Bachchan biography
व्यक्तिगत जानकारी(Personal information) | |
जया का पूरा नाम (Full name) | जया भादुड़ी बच्चन |
जन्म सम्बंधित जानकारी (Birth related information) | 9 अप्रैल 1948
जबलपुर, मध्य प्रदेश |
पेशा (Occupation) | भारतीय फिल्म अभिनेत्री, राजनीतिज्ञ |
राजनीतिक दल (Political party) | समाजवादी पार्टी (एस.पी.) |
पारिवारिक जानकारी (Family Infomation) | |
माता का नाम (Mother’s name) | इंदिरा भादुड़ी |
पिता का नाम (Father’s name) | तरुण कुमार भादुड़ी (लेखक) |
पति का नाम (Husband’s name) | अमिताभ बच्चन (बिग बी) |
भाई-बहन (brothers and sisters) | रीता वर्मा (एकलौती बहन) |
बच्चों के नाम (Children name) | श्वेता बच्चन-नंदा एवं अभिषेक बच्चन (अभिनेता) |
बहु का नाम (child’s wife) | ऐश्वर्या राय बच्चन |
शारीरिक जानकारी (Physical information) | |
ऊंचाई (Height) | 5 फुट 2 इंच |
शारीरिक माप (Body measurement) | 35-34-37 |
वजन किलोग्राम में (Weight in KG) | 60 |
बाल और आँखों का रंग (Hair and eyes color) | काला |
अन्य जानकारी (Other information) | |
सोशल मीडिया (Social media) | N/A |
कुल कमाई (Net worth) | 50 हजार प्रति महीने
468 करोड़ (कुल) |
जया बच्चन का जन्म एवं शिक्षा (Jaya Bachchan birth and education)
जन्मदिन एवं जन्म स्थान (Birthday and birthday place)
जया बच्चन जैसी महान अभिनेत्री ने 9 अप्रैल सन् 1948 में जन्म लिया था, जया बच्चन के बचपन में इन्हें जया भादुड़ी नाम दिया गया था, जो कि विवाह के बाद जया बच्चन हो गया था. जया जी का जन्म जबलपुर में हुआ था, जो कि पहले सेंट्रल प्रोविंस एंड बेरर राज्य में आता था.
जया बच्चन की शिक्षा (Jaya Bachchan educational qualification)
भारत की आजादी के बाद सेंट्रल प्रोविंस एंड बेरर को मध्य प्रदेश नाम दिया. जया बच्चन की स्कूलिंग भोपाल से हुई थी. पहले से जया बच्चन के अंदर लोगों को मैनेज करने का जज्बा था. इस जज्बे का अनुमान लगाने के लिए हम आपको बता दें कि जया अपने स्कूल की हेड गर्ल भी रह चुकीं हैं. स्कूल की शिक्षा पूरी करते समय ही जया बच्चन को अभिनय करने की प्रतिभा का अंदाजा लग गया था, इसलिए इन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई के लिए फिल्म एंड टेलीविजन ऑफ इंडिया नामक कॉलेज में पुणे जाना उचित समझा.
इतना ही नहीं इस कॉलेज में एक्टिंग सम्बन्धी कोर्स करके इन्होंने अपनी अभिनय प्रतिभा को सुधारा. इसके अलावा अपनी पढ़ाई के दौरान जया जी को बेस्ट इंडिया एनसीसी कैडेट पुरस्कार मिला था, जो कि 1966 में गणतंत्र दिवस समारोह में दिया गया था.
जया बच्चन का परिवार (Jaya Bachchan family)
जया बच्चन एक बंगाली हिन्दू परिवार से सम्बन्ध रखती थी, इनके परिवार में माँ बाप के साथ-साथ एक बहन भी थी. जिनका नाम रीता वर्मा है जो कि जया बच्चन की एकलौती बहन हैं. जया बच्चन के पिता तरुण कुमार भादुड़ी लेखक होने के अतिरिक्त पत्रकार एवं मंच कलाकार भी थे. जया बच्चन की माता इंदिरा भादुड़ी घर को संभालने वाली महिला थीं.
जया बच्चन की शादी (Jaya Bachchan marriage)
3 जून सन् 1973 को इन्होंने भारत के महान अभिनेता अमिताभ बच्चन से शादी की थी, इस जोड़े के दो बच्चे भी हैं श्वेता बच्चन नंदा और अभिषेक बच्चन जया के बेटे अभिषेक बच्चन भी एक बॉलीवुड फिल्मों में काम करने वाले कलाकार हैं. जया और अमिताभ की लड़की श्वेता ने दिल्ली में कपूर परिवार के व्यापारी निखिल नंदा से विवाह किया था. जिसके फलस्वरूप श्वेता एवं निखिल को दो संताने भी हैं. इन दोनों बच्चों के नाम नव्या नवेली एवं अगस्त्य नंदा है. वहीं जया बच्चन के लड़के अभिषेक बच्चन का ऐश्वर्या राय बच्चन से विवाह संपन्न हुआ था और विवाह के कुछ समय बाद अभिषेक एवं ऐश्वर्या के घर में एक पुत्री ने जन्म लिया था, जिसका नाम आराध्या बच्चन रखा गया है.
जया बच्चन का करियर (Jaya Bachchan career)
जया बच्चन एक अभिनेत्री की तरह (Jaya Bachchan as an actress)
जया बच्चन के करियर की शुरुआत (Jaya bachchan debut movie)
जया बच्चन ने बहुत सारी फिल्मों में अपने अभिनय का जलवा दिखाया है. जया बच्चन को पहली बार एक्टिंग के लिए फिल्म ‘महानगर’ का ऑफर मिला था, इस बंगाली को सत्यजीत रे के निर्देशन में बनाया गया था. महानगर फिल्म के निर्माण के दौरान जया मात्र 15 साल की एक छोटी बच्ची की तरह थीं. सन् 1963 में इस फिल्म में जया सहायक अभिनेत्री के रूप में नजर आयीं थीं एवं इनके साथ अनिल चटर्जी और माधवी मुखर्जी ने भी ‘महानगर’ फिल्म में अभिनय किया था. हालांकि ‘महानगर’ फिल्म ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया लेकिन जया ने अपने अभिनय कौशल को साबित जरूर कर दिया. जिसके चलते फिल्म ‘महानगर’ के रिलीज होने के बाद जया बच्चन को दो और बंगाली फिल्मों में अपना किरदार निभाने का मौका मिला . जिन फिल्मों में एक 13 मिनट की छोटी फिल्म ‘सुमन’ और दूसरी बंगाली कॉमेडी ‘धनी मेये’ शामिल थीं.
इतने एक्सपीरियंस से प्रेरित होने के बाद इन्होंने फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई), पुणे में अभिनय सीखने का प्लान बनाया, जिसमें जया बच्चन के घर वालों ने जया का बराबर का साथ दिया.
पहली बॉलीवुड फिल्म (First Bollywood film)
सन् 1971 में जया बच्चन की पहली हिंदी फिल्म ‘गुड्डी’ ऋषिकेश मुखर्जी द्वारा निर्देशित और गुलजार द्वारा लिखी गई है. जया बच्चन के अलावा धर्मेंद्र और असरानी भी इस फिल्म में थे, ये फिल्म जया बच्चन के करियर को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मददगार साबित हुई थी.
- सन् 1971 में इनकी फिल्म उपहार आई थी, जो कि ताराचंद के राजश्री प्रोडक्शंस के द्वारा बनाई गयी थी. जया के अलावा इस फिल्म में स्वरुप दत्त और कामिनी कौशल ने भी एक्टिंग की थी. 1971 में ‘उपहार’ और ‘गुड्डी’ दोनों फिल्मों में एक्टिंग करने के लिए जया को बेस्ट एक्ट्रेस के पुरस्कार के लिए नामित किया था.
- सन् 1972 में ‘जवानी-दीवानी’ नाम की एक और फिल्म जया बच्चन को एक्टिंग करने के लिए दी गई, फिल्म ‘जवानी-दीवानी’ में इन्हें एक फैशनेबल औरत का किरदार निभाने के लिए दिया गया था.
- 1972 ऐसा साल था जिसमें जया बच्चन की 11 फिल्मों को पर्दे पर देखा गया था. जिसमें मुख्य रूप से ‘पिया का घर’ ‘परिचय’ ‘कोशिश’ ‘शोर’ फिल्में शामिल थीं. इस समय जया बच्चन का सभी अभिनेत्रियों के बीच एक अलग ही छवि बन चुकी थी.
- 1970’s के दौर में ही जया भादुड़ी को भारतीय सिनेमा की सुपरस्टार बना दिया था. इसलिए बॉलीवुड का हर निर्देशक जया बच्चन के साथ फिल्म बनाने के लिए उतावला रहता था और ये सब इनकी अभिनय प्रतिभा का वरदान था. जिसके चलते साल 1973 में फिर इनको 5 फिल्में ऑफर की गईं थीं, जिनमे प्रमुख ‘अनामिका’ ‘फागुन’ ‘जंजीर’ एवं ‘अभिमान’ जैसी फिल्में शामिल थी.
- साल 1973 में जया जी की एक और भारतीय हिंदी संगीत नाटक फिल्म ‘अभिमान’ रिलीज हुई थी जिसमें जया बच्चन के साथ अमिताभ बच्चन, असरानी और बिंदू जैसे अभिनेताओं ने अपना हुनर दिखाया था. इसका निर्देशन ऋषिकेश मुखर्जी ने किया था, जो 1973 की मानी हुई फिल्मों में से एक थी. अभिमान पहली ऐसी फिल्म थी जिसमें जया बच्चन को फिल्म फेयर द्वारा बेहतरीन अभिनेत्री का पुरस्कार दिया गया था. इसके पहले फिल्म फेयर में इन्हें सिर्फ नॉमिनेशन ही मिले थे.
- 20 वीं शताब्दी में साल 2000 फिजा नाम की फिल्म में, साल 2001 में ‘कभी खुशी कभी गम’ फिल्म में और साल 2003 ‘कल हो ना हो’ फिल्म में अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाई थी.
जया बच्चन का पॉलिटिक्स में करियर (Jaya Bachchan political career)
- जया बच्चन द्वारा काफी साल अभिनय के क्षेत्र में बिताने के बाद इनको राजनीति में भी शामिल होते हुए देखा गया था. इन्होंने लोगों की मदद करने के लिए सबसे पहले उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ने का विचार बनाया, पहली बार के चुनाव में ही जया बच्चन को भारी मतों से जीत मिली. इनको सन् 2004 में समाजवादी पार्टी को राज्य सभा में रिप्रेजेंट करने का कारोबार सौंपा गया था.
- सन् 2004 से लेकर मार्च 2006 तक जया बच्चन ने काफी अच्छा कार्य किया, जिसकी बदौलत जया बच्चन को समाजवादी पार्टी द्वारा फिर से जून 2006 में दूसरी बार जुलाई 2010 तक के राज्य सभा भेजा गया था.
- जया बच्चन फिर से तीसरी अवधि के लिए सन् 2012 में फिर से निर्वाचित हुईं थीं और अगले 6 वर्षों तक यानी 2018 तक समाजवादी पार्टी को राज्य सभा में रिप्रेजेंट कर रहीं थीं.
- साल 2018 में जया बच्चन को फिर से राज्य सभा का सदस्य चुना गया, इनकी लगनशीलता को देखते हुए प्रदेश की जनता एवं इनकी पार्टी दोनों ने ही जया पर खूब भरोसा जताया है.
जया बच्चन से जुड़े विवाद (Jaya Bachchan Controversies)
जया बच्चन हिंदी भाषा प्रेमी है एवं भारत की मातृभाषा हिंदी को हमेशा सपोर्ट करती रहती हैं. साल 2008 में फिल्म ‘द्रोणा’ के म्यूजिक लांच पर जया के द्वारा दिए गए भाषण पर महाराष्ट्र के लोगों ने इनकी आलोचना की थी. जब महाराष्ट्र में संगीत लांच पर जया बच्चन को बोलने को कहा गया, तो इन्होंने अपनी स्पीच की शुरुआत में कहा कि “हम यूपी वाले मातृभाषा प्रेमी हैं. हम हिंदी में ही बात करना पसंद करते हैं, महाराष्ट्र वाले कृपया हमे माफ करें”. जिसके चलते महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों के नेताओं ने जया बच्चन की खूब आलोचना की. शिव सेना के एमपी संजय राउत ने ऐलान किया था कि जया बच्चन अगर अपने कहे गए शब्दों के लिए माफी नहीं मागेंगी, तो वो फिल्म रिलीज रोक लगा देंगे.
जया बच्चन को प्राप्त पुरस्कार एवं उपलब्धियां (Jaya Bachchan award and recognition)
- साल 1972 में ‘उपहार’ फिल्म के लिए जया बच्चन को फिल्मफेयर स्पेशल अवार्ड मिला था जो कि इनका पहला फिल्मफेयर अवार्ड था. उसके बाद साल 1994 में फिल्म ‘अभिमान’ एवं सन् 1995 कोरा कागज फिल्म में बेहतरीन अदाकारी के लिए जया बच्चन को फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कृत करके सम्मान दिया गया था.
- साल 1980 में ‘नौकर’ फिल्म में जया बच्चन की एक्टिंग को फिल्मफेयर ने फिर से सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार देकर सराहा था. इस फिल्म में जया की एक्टिंग देखकर सभी आलोचक भी तारीफ करने पर मजबूर हो गए थे.
- साल 1992 भारत सरकार का भारत का चौथा उच्चतम नागरिक पुरस्कार पद्म श्री भी इनकी लगन और प्रतिभा को देखते हुए दिया गया था. ये अवार्ड उन्हीं लोगों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने क्षेत्र में अच्छा खासा मुकाम बनाया हो.
20 वीं शताब्दी में मिले पुरस्कार (Awards in 20th century)
- फिल्म ‘फिजा’ के लिए इनको साल 2001 में, कभी खुशी कही गम के लिए 2002 में एवं सन् 2004 में ‘कल हो ना हो’ मूवी में शानदार अभिनय दिखाने के लिए जया को फिल्मफेयर द्वारा बेस्ट सहायक अभिनेत्री घोषित करते हुए पुरस्कृत किया गया.
- जया बच्चन को उत्तर प्रदेश सरकार से यू.पी. राज्य का सर्वोच्च पुरस्कार यानी कि यश भारती पुरस्कार देकर उनके द्वारा किये गए कार्यों को उच्च दर्जे का सम्मान दिया. इसके अलावा जया ने पॉलिटिक्स में रहकर जनता के लिए अपने कर्तव्य निभाया जिसके चलते साल 2017 में जया को सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार भी हासिल हुआ.
- इनको बहुत सी संस्थाओं एवं अवार्ड समारोहों में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड मिला. जैसे की सन् 2004 सैन्सुई पुरस्कारों में, साल 2010 में लंदन में ‘टाँगेस ऑन फायर’ फिल्म फेस्टिवल में एवं सन् 2012 जयपुर अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में दिया गया.
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