कोरोना वायरस क्या है ? (लक्षण, बचाव के तरीके, उपचार, टिप्स) (Corona virus in hindi (COVID-19)) (Lakshan, Symptoms, Prevention measures, Updates, Cases, China, Tracking, Cure, Treatment, Medicine, Mask)
भारत समेत दुनिया के लगभग 70 से ज्यादा देश आज के समय में कोरोनावायरस को लेकर बेहद ज्यादा चिंतित है. कोरोना वायरस एक ऐसा वायरस जो अब तक लगभग 90000 से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले चुका है. इस वायरस के चलते चाइना में मौत का खेल चल रहा है जिसमें अब तक 3000 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं. आज हम इस वायरस के बारे में विस्तार से बताएंगे कि आखिर कब और कैसे इस वायरस का जन्म हुआ और अब तक यह किन देशों को अपना शिकार बना चुका है.
क्या है कोरोनावायरस?
कोरोना वायरस एक प्रकार का जूनोटिक वायरस है. अब आप सोच रहे होंगे कि जूनोटिक वायरस क्या होता है. दरअसल जूनोटिक वायरस वे वायरस होते हैं जो जानवरों में पैदा होते हैं और जिनका संक्रमण धीरे-धीरे मानवों में फैलता जाता है. यह एक ऐसा वायरस है जो जल्द ही एक इंसान से दूसरे इंसान को संक्रमित कर देता है. आमतौर पर इसके लक्षण निमोनिया जैसी है इसलिए आसानी से किसी संक्रमित व्यक्ति में कोरोनावायरस की पड़ताल करना मुश्किल होता है.
कोरोना वायरस की शुरुआत
साल 2019 में दिसंबर के महीने में जब मध्य चीन के वुहान शहर के कुछ लोगों को निमोनिया जैसी शिकायत दिखने लगी तब उनकी जांच पड़ताल कराई गई, उसके पश्चात उनमें निमोनिया नहीं बल्कि कोरोनावायरस के होने का पता लगाया गया. चीन का वूहान शहर एक ऐसा शहर है जिसे जानवरों की सबसे बड़ी मंडी के रूप में देखा जाता है. यहाँ एक ऐसी विशालकाय मंडी है जहां पर लगभग 112 प्रकार के जानवर बेचे जाते हैं जिनमें से सबसे अधिक बिक्री समुद्री जीवो की होती है. वूहान शहर में स्थित इस मार्केट का नाम हुआँन सीफूड है. इस वायरस के पता चलते ही 1 जनवरी 2020 को इस मार्केट को बंद कर दिया गया. क्योंकि विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि कोरोना वायरस का जन्म इस मार्केट में बेचे जाने वाले जानवरों और उनका सेवन करने वाले व्यक्तियों से हुआ है. विशेषज्ञों ने अब तक यह पता लगाया है कि इस कोरोना वायरस का जन्म उन लोगों में से हुआ है जो लोग चमगादड़ का सेवन करते हैं या किया करते थे. कोरोना वायरस की वजह से आज की तारीख में चीन देश में लगभग 3050 मौतें हो चुकी है.
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चीन देश में वायरस का प्रभाव
आरंभिक के समय में चीन देश ने इसके बारे में पूरी दुनिया से छिपाने की पूरी कोशिश की परंतु धीरे-धीरे जनवरी तक इस बात का पता पूरे विश्व में चल गया. जैसे ही इस वायरस का पता चला तब से ही 400 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों के सहित 700 लोगों को निगरानी के अंतर्गत रखना आरंभ कर दिया और उनकी जांच पड़ताल करके पूरे देश में इमरजेंसी घोषित कर दी गई. वूहान शहर के अंदर 23 जनवरी साल 2020 से ही तबाही का मंजर आरंभ हो गया था. जिसके चलते वुहान शहर में जाना या लोगों का वहां से आना खतरे से खाली नहीं था. इसलिए वहां पर आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया साथ ही सार्वजनिक परिवहन के आवागमन पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई. धीरे-धीरे पूरे विश्व भर में इस खतरे का आभास हो गया जिसके चलते डब्ल्यूएचओ द्वारा अंतरराष्ट्रीय आपातकालीन पूरे विश्व के अंदर घोषित कर दिया गया. जिसके बाद चीन में किसी का भी जाना और वहां से आना पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया. आज इस मौत के खेल का शिकार कोरोना वायरस मात्र चीन देश में 78000 से भी ज्यादा लोगों की जान से खेल रहा है.
कोरोना वायरस के लक्षण
सामान्य तौर पर कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति में निम्नलिखित लक्षण देखे जाते हैं और तुरंत उनको जांच पड़ताल के लिए ले जाया जाता है.
- बुखार
- जुखाम
- नाक बहना
- शरीर में दर्द
- गले में खराश
- सांस लेने में तकलीफ होना
यदि शोधकर्ताओं की मानें तो इस वायरस की चपेट में आने वाले व्यक्तियों को काफी लंबे समय तक इस वायरस से ग्रसित होने का पता भी नहीं चल पाता है. वह इससे बेखबर होकर सब जगह घूमते फिरते रहते हैं. जिसकी वजह से यह वायरस जल्द ही लोगों में फैल जाता है. ऐसे में इन कुछ लक्षणों के आरंभ होते ही यदि ग्रसित व्यक्ति को तुरंत इलाज के लिए ले जाया जाए तो इसकी रोकथाम की जा सकती है.
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कोरोना वायरस के लिए सही उपचार
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा कोरोनावायरस को दूर करने के लिए और खत्म करने के लिए लगातार कड़े प्रयासों से इसके उपचार और रोकथाम के लिए एंटीबायोटिक तलाश किए जा रहे हैं. लेकिन इतनी मेहनत के बाद भी अब तक कोरोना वायरस के लिए कोई सही उपचार तो नहीं मिल पाया है. लेकिन इससे बचने के उपायों को अपनाकर आप कोरोना वायरस के संक्रमण में आने से बच सकते हैं. कुछ निम्नलिखित उपायों को अपनाकर आप कोरोना वायरस के संक्रमण में आने से बच सकते हैं और अपने परिवार को बचा सकते हैं.
- यदि आप कहीं भी घर से बाहर गए हैं या फिर कुछ भी काम कर चुके हैं उस काम को करने के बाद यदि आप सैनिटाइजर या फिर कीटाणु मारने वाले साबुन से अच्छी तरह हाथ देंगे तो वह वायरस आपको छू भी नहीं पाएगा.
- ध्यान रखें कि कहीं पर भी बाहर घूमते फिरते या फिर कुछ भी काम करते समय अपने हाथों से आँख, नाक और अपने मुंह को ना छुए.
- सदैव ऐसे भोजन का सेवन करें जो आपके शरीर की इम्युनिटी पावर को बनाए रखें ताकि आप पर किसी भी प्रकार का कोई वायरस अटैक ना कर सके.
- कोशिश करें कि यदि आपको जुकाम व खांसी जैसी कोई भी समस्या है तो अपनी नाक और मुंह को अच्छी तरह से ढक कर रखें.
- थोड़ा सा भी इन्फेक्शन जैसे खांसी, बुखार या जुकाम जैसे लक्षण नजर आते ही तुरंत डॉक्टर के पास जाकर टेस्ट करा ले.
- यदि आप किसी भी प्रकार की धूल मिट्टी की वजह से सांस में तकलीफ जैसी समस्या महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाकर दिखाएं ताकि कोई और परेशानी से आपको ना जूझना पड़े.
- जैसा कि आप सभी जानते हैं होली का त्यौहार आने वाला है जिसमें लोग पानी और कई प्रकार की रंग बिरंगी वस्तुओं से खेलते हैं तो इस होली पर आप इन सभी चीजों से परहेज करें क्योंकि ना जाने किस व्यक्ति को कौन सा वायरल अटैक कर दे जिसका शिकार आप भी बन सकते है.
- अपने परिवार और खुद को अधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रखें, कोशिश करें घर पर ही रहे.
- किसी भी प्रकार का भोजन हो उसे कच्चा ना खाएं अच्छी तरह से धोकर उसे पूरी तरह से पकाएं और उसके बाद ही उसका सेवन करें. इसमें सभी प्रकार की सब्जियां और मांस भी सम्मिलित है.
- अपने आसपास पूरी तरह से साफ सफाई का सदैव ध्यान रखें और कोशिश करें कि घर से बाहर निकलते समय चेहरे पर मास्क और हाथों में दस्ताने अवश्य पहनें.
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किन लोगों को इस वायरस के अटैक की सबसे ज्यादा समस्या हो सकती है?
वैसे तो कोई भी मनुष्य यदि सावधानी ना बरतें तो किसी भी प्रकार का वायरस उन पर जल्द ही अटैक कर लेता है लेकिन कुछ मुख्य रूप से ऐसे श्रेणियां भी हो सकती है जिन को जल्द ही इस वायरस से संक्रमण हो सकता है जो निम्नलिखित है.
- बूढ़े बुजुर्गों में इम्यूनिटी पावर बहुत ज्यादा कम हो जाती है ऐसे में उन पर किसी भी वायरस का टाइम बहुत जल्दी हो जाता है इसलिए ऐसे लोगों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
- यदि कोई भी व्यक्ति अस्तमा डायबिटीज दिल का मरीज या किसी और प्रकार की बीमारी से जूझ रहा हो या ऐसी किसी भी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति को कोरोना वायरस कैसे वायरस बहुत जल्दी संक्रमण में ले लेते हैं.
कैसे फैलता है कोरोना वायरस?
- मुख्य रूप से कोरोनावायरस एक ड्रॉपलेट इनफेक्शन वाला वायरस है जैसे सर्दी जुखाम. जिस प्रकार एक व्यक्ति को खाँसी या जुखाम होता है और उसके खासने और छींकने की वजह से दूसरे व्यक्ति को भी उसका संक्रमण लग जाता है.
- कोरोना वायरस बीए किसी प्रकार का वायरस है यदि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है और वह जिस जगह पर है उस जगह पर यदि वह खांसी करता है तो उसकी खांसी के जरिए कोरोना वायरस से संक्रमित वायरस वहीं जमीन पर गिर जाते हैं और जो भी उस वायरस के संपर्क में आता है उसे भी इस वायरस से संक्रमण हो जाता है.
- जो व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है यदि वह खुली हवा में सांस लेता है तो उसकी सांस जितने लोगों तक पहुंचेगी वे सभी लोग भी कोरोना वायरस की चपेट में आसानी से आ जाएंगे.
यदि किसी व्यक्ति की सांस के जरिए यह वायरस शरीर के अंदर प्रवेश कर जाता है तो वह धीरे-धीरे शरीर की गतिविधियों को रोकने लगता है और जल्द ही खून के जरिए दिल तक भी पहुंच जाता है. यह शरीर के किसी भी भाग में प्रवेश कर सकता है जैसे किडनी व लंग्स आदि और जिस भाग में यह वायरस अटैक करता है शरीर का वह हिस्सा पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है जिसकी वजह से इस संक्रमण से संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु हो सकती है.
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अन्य देशों में कोरोना वायरस का अटैक
चीन की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से कोरोना वायरस के चलते ठप हो चुकी है इसके अलावा भी कोरोना वायरस ने अपनी चपेट में और भी कई सारे देश ले लिए हैं जिनकी पुष्टि कब और कैसे हुई और वहां पर पाए जाने वाले संक्रमित लोगों की पूरी जानकारी नीचे दी गई है.
- अफगानिस्तान:- 24 फरवरी के दिन कोरोनावायरस के पहले मामले की पुष्टि अफगानिस्तान में की गई और वहां पर भी आपातकाल स्थिति घोषित कर दी गई.
- अल्जीरिया में भी कोरोना वायरस से संक्रमित पांच लोगों को पाया गया.
- अडोरा देश में भी एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुका है.
- अर्जेंटीना ने भी इस वायरस के संक्रमण ने दस्तक दी और वहां पर भी एक केस देखा जा चुका है.
- इस भयानक वायरस ने ऑस्ट्रेलिया को भी नहीं छोड़ा ऑस्ट्रेलिया में अब तक 43 व्यक्तियों को कोरोनावायरस ने अपनी चपेट में ले लिया है.
- इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी 24 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं.
- बहरीन देश में भी 49 लोग ऐसे हैं जिन पर कोरोना वायरस का अटैक हो चुका है.
- ब्राजील में भी 26 जनवरी के दिन एक 61 वर्षीय व्यक्ति में पहला कोरोनावायरस पाया गया था और अब वहां पर दो लोग ऐसे हैं जिनको कोरोनावायरस हो चुका है.
- कंबोडिया नामक देश में भी एक व्यक्ति कोरोना वायरस से ग्रसित हो चुका है.
- कनाडा देश में भी 30 व्यक्तियों को कोरोना से ग्रसित पाया गया है.
- 3 मार्च साल 2020 तक चीन देश के लगभग 80151 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है.
- मकाउ शहर में भी 10 लोगों को इस मामले से ग्रसित पाया गया है.
- हांगकांग में 100 लोग कोरोना वायरस की चपेट में अब तक आ चुके हैं.
इन सब देशों के अलावा क्रोएशिया में 9 लोग, चेक गणराज्य में 5 लोग, डेनमार्क में 8, डेमीनिकन गणराज्य में एक और मिस्र में 2 लोग इस वायरस से ग्रसित हो चुके हैं. इसके अतिरिक्त एस्टोनिया फिनलैंड फ्रांस जॉर्जिया जर्मनी ग्रीस और आइसलैंड इंडोनेशिया मैं भी कई लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. ईरान देश भी इस खतरनाक वायरस की चपेट से नहीं बच पाया वहां के 2336 लोग इस भयावह संक्रमण से ग्रसित हो गए और उनमें से 77 लोग 2 मौत के हवाले हो चुके हैं. इस भयंकर वायरस की चपेट से इराक और इजरायल जैसे देश भी नहीं बच पाए हैं. जबकि इटली में भी 2502 लोगों को इस वायरस ने अपनी चपेट में लिया जिसके बाद 79 लोगों की मौत भी हो गई. यदि जापान की बात करें तो उस शहर में भी इस तबाही के मंजर ने 705 लोगो अपनी चपेट में ले लिया और 12 लोगों को तो मौत के घाट तक उतार दिया. दक्षिण कोरिया में जाकर भी इस वायरस ने 5621 लोगों को अपने चपेट में ले लिया जिसकी वजह से 33 लोग मौत की भयानक नींद सो गए. इस वायरस से ग्रसित होने वाले देशों की लिस्ट यहीं खत्म नहीं होती है अभी बहुत सारे देश ऐसे हैं जो इस लिस्ट में शामिल होने बाकी है जिनमें से संयुक्त राज्य अमेरिका की यदि बात करें तो वहां पर भी 108 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं.
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भारत में कोरोनावायरस का प्रकोप
यह भयावह मंजर अब भारत में भी दस्तक दे चुका है. भारत में भी इस संक्रमण के बहुत से शिकार देखे गए हैं जिसमें से सबसे पहला शिकार केरल में पाया गया था. मात्र 21 साल का एक विद्यार्थी जो चीन के वुहान शहर में ही एक यूनिवर्सिटी में पढ़ता था जब भारत लौटा तो वह कोरोना वायरस से संक्रमित था. अब तक केरल में लगभग तीन लोग ऐसे पाए गए जो कोरोनावायरस जैसे भयावह संक्रमण से संक्रमित थे जिन्हें इलाज के लिए अलग से रखा गया और बाद में उन्हें पूरी तरह से स्वस्थ करके उन्हें घर भी भेजा गया. यदि स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक आंकड़ों के नजरिए से देखा जाए तो भारत में अब तक 28 लोग ऐसे हैं जो कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 6 संक्रमण आगरा में पाया गया है और एक तेलंगाना में.
हाल ही में 6 लोग जो इटली से आए हैं उनमें भी इस वायरस के संक्रमण को देखा गया है जिसके बाद उन्हें दी डॉक्टर की देखरेख में हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया है. वे सभी लोग एक ही परिवार के हैं जिन्हें 14 दिन के लिए पूरी तरह से आइसोलेट कर दिया गया है और उनके बाहर आने जाने पर भी पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है ना तो कोई व्यक्ति उनसे मिल सकता है और ना ही वे किसी व्यक्ति के आसपास जा सकते हैं. वह परिवार 20 फरवरी को ही इटली से वापस आया था.
इस भयावह स्थिति में भारत सरकार द्वारा इस बार होली में किसी से भी ना मिलने जुलने का संदेश दिया गया है. भारत के सभी राज्यों में राज्य सरकार द्वारा इस वायरस को लेकर आपत्तिजनक स्थिति घोषित कर दी गई है जिसके बाद लोगों को यही कहा जा रहा है कि वह जितना हो सके अपने घर पर ही रहे और पूरी सावधानी बरतें ताकि वह इस वायरस से ग्रसित ना हो.
विशेषज्ञों द्वारा बताया गया है अभी लगातार दो महीने तक एक वायरस का प्रकोप बना रहेगा इसलिए घर के अंदर रहने में ही फायदा है और पूरी सावधानी बरतते हुए अपने दिनचर्या को बिताएं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह वायरस ठंडे मौसम में रहता है और जब तक इसी तरह ठंडा मौसम बना रहेगा तब तक यह वायरस अपना प्रकोप दिखाता रहेगा जैसे ही टेंपरेचर 27 डिग्री से ऊपर जाएगा यह वायरस अपने आप ही धीरे-धीरे समाप्त होता चला जाएगा. इसलिए इन सभी प्रकार के समस्याओं से बचने के लिए सावधानी अवश्य बरतें.
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